Metaverse: मेटावर्स टेक्नोलॉजी क्या है? 2022 में 5G आने के बाद कैसे आपकी दुनिया बदल देगी यह Technology (pros and cons of metaverse)

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मेटावर्स Kya Hai: नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका इस आर्टिकल में, दोस्तों आज हम लोग जानने वाले है की मेटावर्स टेक्नोलॉजी क्या है “Metaverse Kya Hai?” और उसके साथ ही जानेंगे Metaverse full information in hindi (मेटावर्स के बारे पूरी जानकारी हिंदी में)

What is Metaverse : दोस्तों पिछले कुछ समय से मेटावर्स के बारे में बहुत चर्चाएं हो रही हैं.

अक्टूबर 2021 में मेटा (फेसबुक) के CEO Mark Zuckerberg( मार्क जुकरबर्ग ) ने कंपनी का नाम मेटा (Meta) रखा. उस समय मार्क जुकरबर्ग ( Mark Zuckerberg )ने कहा था कि “हम चाहते हैं कि हम दुनिया में मेटावर्स (Facebook Metaverse) के नाम से जाने जाएं”.

हालांकि मेटावर्स (the metaverse) कोई नया शब्द नहीं है. आज भले ही मेटावर्स शब्द बहुत चर्चा का विषय बना हुआ हो, लेकिन यह बहुत पुराना शब्द है. आइए आज हम इसके इतिहास पर नज़र डालते हैं. 

मेटावर्स एक ऐसी आभासी दुनिया है जो कि पूरी तरह से सुपर फास्ट इंटरनेट पर निर्भर करती है. बिना सुपर फास्ट इंटरनेट और गैजेट्स के इस दुनिया में जाना मुमकिन नहीं है

Metaverse Meaning in Hindi:- मेटावर्स की दुनिया एक ऐसी दुनिया है जिसके बारे में जितनी बात करें उतनी ही कम है. मेटावर्स टेक्नोलॉजी वास्तविकता (Augmented Reality) और आभासी दुनिया (Virtual Reality) का परफेक्ट मिक्सचर है। पर आखिर क्या है ये मेटावर्स दुनिया और कैसे काम करती है? आप कैसे जा सकते हैं मेटावर्स दुनिया में, आज हम जानेंगे मेटावर्स टेक्नॉलजी (meaning of metaverse) के बारे मे सब कुछ विस्तार से………….

Metaverse: मेटावर्स टेक्नोलॉजी क्या है?

मेटावर्स क्या है? (whats metaverse)

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 metaverse भविष्य की एक टेक्नॉलजी है जिससे हमारी वास्तविक दुनिया और आभासी दुनिया एक दुसरे से connect हो जाएगी और हम वास्तविक दुनिया में मौजूद होते हुए virtual world( आभासी दुनिया) में जी सकते है।

जैसे अभी आप अपने दोस्तों के साथ video call(वीडियो कॉल) पर बात करते है तो आप अपने दोस्तों को video में देख सकते है पर metaverse(मेटावर्स) में आप अपने दोस्तों से दूर होकर भी एक दुसरे को आमने सामने देख सकेंगे उनके साथ बैठ के बात कर सकेंगे उन्हें छू सकेंगे हाथ मिला सकेंगे गले लगा सकेंगे।

मतलब आप दोनों के बिच की real world(वास्तविक दुनिया) की दुरी virtual world(आभासी दुनिया) में खत्म हो जाएगी। आप और आपके दोस्त real world(वास्तविक दुनिया) में तो एक दुसरे से काफी दूर होंगे पर virtual world(आभासी दुनिया) में एक दुसरे के आमने सामने होंगे।

Metaverse एक तरह की virtual world(आभासी दुनिया) होगी जहां आप अपनी एक अलग virtual identity के साथ digital world में प्रवेश कर सकेंगे। 

जैसे Free Fire games या PUBG में एक पूरा virtual world(आभासी दुनिया) होता है जिसमे हमारा अपना एक virtual character( आभासी प्रतीक) होता है जिसकी एक virtual identity( आभासी पहचान) यानी एक virtual name होता है और हम उस virtual identity के साथ games की virtual world (आभासी दुनिया) में प्रवेश करते है और फिर हम उस virtual world( आभासी दुनिया) में जीते है वहा हम अपने दोस्तों के साथ enemy (दुश्मन) को ढूढ़ते है उनका पीछा करते है, उनपे गोली चलाते है आदि।

मेटावर्स में हमारी वास्तविक दुनिया, augmented reality और virtual reality को मिलाकर एक ऐसा digital world बनाया जाएगा जहा हम घूम सकेंगे लोगो से आमने सामने बाते कर सकेंगे।

मेटावर्स को इंटरनेट का updated version माना जा रहा है और metaverse अभी उसी stage में है जिस स्टेज में 1993-1994 में कभी internet था। 

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मेटावर्स का अर्थ क्या है?

Metaverse का अर्थ क्या है? यानी metaverse meaning in hindi की बात करे तो metaverse (मेटावर्स) दो शब्दों से मिलकर बना है जिनमे से पहला शब्द है “meta” और दूसरा शब्द है “verse”, यहाँ पर meta का अर्थ है “से आगे”,अर्थात जहाँ हम नहीं सोच सकते और verse अर्थ universe(संसार), इस प्रकार metaverse का अर्थ है कि वास्तविक दुनिया से आगे एक ऐसी दुनिया जो हमारी सोच (Thinking) से भी आगे है। 

मेटावर्स का इतिहास ( History of Metaverse Virtual Reality )

वर्ष 1992 में अमेरिकी लेखक नील स्टीफेंसन ने अपने डायस्टोपियन उपन्यास “स्नो क्रैश” में मेटावर्स (Metaverse) का जिक्र किया था. इनके के उपन्यास में मेटावर्स का मतलब एक ऐसी दुनिया (Video geme) से था, जहां लोग गैजेट्स की मदद से आपस में कनेक्ट होते हैं. गैजेट्स में हेडफोन(HeadPhone), वर्चुअल रियलिटी (Virtual Reality) शामिल है. यह वीडियो गेम लोगो को एक आभासी दुनिया (metaverse world) में ले जाता है, आइए आज की इस पोस्ट में जानते हैं कि मेटावर्स (metaverse studio) क्या है और दुनिया की बड़ी टेक (Tech) कंपनियां मेटावर्स में निवेश क्यों कर रही हैं?

मेटावर्स अनुभव के लिए क्या क्या जरूरी है

मेटावर्स के लिए आवश्यक है वर्चुअल रियलिटी (Virtual Reality) हेडसेट और सुपर फास्ट इंटरनेट। इसके बिना आप मेटावर्स (mark zuckerberg metaverse) का अनुभव नहीं कर सकते हैं। इसके लिए आग्युमेंट रियलिटी चश्में, स्मार्टफोन (Smartphone) और मोबाइल एप (Mobile App) की आवश्यकता होती है।

हम आपको बात दें कि सिर्फ मोबाइल से मेटावर्स का अनुभव नहीं किया जा सकता। हां यह जरूर सम्भव है कि आप मोबाइल से मेटावर्स (Metaverse) के रिकॉर्डेड वीडियो देख लें, लेकिन सिर्फ मोबाइल से मेटावर्स का अनुभव करना असंभव है।  

मेटावर्स में लोगों का आभासी अवतार बनाया जाता है। इस अवतार को बनाने के लिए व्यक्ति की 360 डिग्री स्कैनिंग होती है। इसके अलावा मेटावर्स में खरीद-बिक्री के लिए क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का इस्तेमाल किया जाता है। मेटावर्स की दुनिया पूरी तरह से हाई-स्पीड इंटरनेट, ऑगमेंटेड रियलिटी, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, वर्चुअल रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग पर आधारित है. कहा जाता है कि मेटावर्स इंटरनेट का भविष्य है।

मेटावर्स के उदाहरण (Metaverse Examples in Hindi)

ब्रह्मांड में लोग शारीरिक(physical) रूप से उपस्थित हैं, लेकिन आभासी दुनिया (मेटावर्स) इससे बिलकुल अलग है। मेटावर्स में किसी दूर दराज के गांव में बैठा छात्र दुनिया के किसी स्कूल या कॉलेज में ठीक उसी तरह क्लास ले सकता है जिस तरह पर क्लासरूम में बैठकर लेता है। मेटावर्स में ऐसे लोगों से भी बात करना संभव होगा जो अब इस दुनिया में नहीं रहे अर्थात जिनकी मृत्यु हो चुकी है उनसे भी हम बात कर सकते है। इसमें पहले उस शख्स के फोटो से उसका 3D होलोग्राम तैयार होगा और फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस( artifical Intelligence) की मदद से आप बात कर सकेंगे। 

यह एक आभासी (वर्चुअल) दुनिया है जो कि पूरी तरह से सुपर फास्ट इंटरनेट पर निर्भर है। मार्क जुकरबर्ग ने मेटावर्स को एक virtual environment (आभासी वातावरण) कहा है। वास्तविक दुनिया (real world) में आपको किसी जगह कि सेर करने के लिए उस जगह पर जाना पड़ता है जिसमें आपको कई तरह की परेशानी होती है, लेकिन मेटावर्स में आप घर बैठे-बैठे अमेरिका या दुनिया के किसी भी कोने में जा सकते हैं। आप घर बैठे अंतरिक्ष का भी अनुभव कर सकते हैं। मेटावर्स में हर एक चीज आभासी होती है। इसमें कुछ भी वास्तविक नहीं होता है। मेटावर्स से मतलब एक ऐसी दुनिया से है जिसमें आप ना होते हुए भी मौजूद रहते हैं।

मेटावर्स के फायदे और नुकसान (Pros and Cons of Metaverse)

मेटावर्स के फायदे और नुकसान

मेटावर्स के फायदे

  • हमारी कल्पनाओं को जी पाएंगे
  • अपने आप को customize कर पाएंगे
  • अपने ज्ञान को बढ़ा सकेंगे
  • काम करने के तरीके बदल जाएंगे
  • दुनिया मे कहीं भी घूम सकेंगे वो भी घर बैठे बैठे
  • रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

मेटावर्स के नुकसान

  • हमारा व्यक्तिगत डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाएगा
  • क्या सच है क्या झूट है इसका पता लगाना कठिन होगा
  • हमारा इंसान होने का कोई मतलब नहीं रहेगा

Facebook का नया नाम क्या है?

Facebook का नया नाम Meta है।

Meta के सीईओ का नाम क्या है?

मेटा (फेसबुक) के CEO Mark Zuckerberg (मार्क जुकरबर्ग) है।

metaverse facebook क्या है?

अक्टूबर 2021 में मेटा (फेसबुक) के CEO Mark Zuckerberg( मार्क जुकरबर्ग ) ने कंपनी का नाम मेटा (Meta) रखा. उस समय मार्क जुकरबर्ग ( Mark Zuckerberg )ने कहा था कि “हम चाहते हैं कि हम दुनिया में मेटावर्स (Facebook Metaverse) के नाम से जाने जाएं”

Metaverse kya hai

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