Raksha Bandhan Essay in Hindi | रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में

Raksha Bandhan Essay in Hindi

रक्षाबंधन: एक सांस्कृतिक पर्व

रक्षाबंधन भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे भाई-बहन के अटूट प्रेम और समर्पण के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त महीने में आता है। इस पर्व का नाम संस्कृत शब्द “रक्षा” (सुरक्षा) और “बंधन” (बंधन) से लिया गया है, जिसका अर्थ है “सुरक्षा का बंधन”। यह त्योहार न केवल हिंदू धर्म के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की विविध सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है।

रक्षाबंधन का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व

रक्षाबंधन के पीछे कई पौराणिक और ऐतिहासिक कहानियाँ जुड़ी हुई हैं। महाभारत के समय की एक कथा के अनुसार, जब भगवान कृष्ण ने शिशुपाल का वध किया, तो उनकी उंगली में चोट लग गई। द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया। इस बंधन से प्रभावित होकर कृष्ण ने द्रौपदी को हर संकट में रक्षा करने का वचन दिया।

एक और कथा के अनुसार, जब देवताओं और असुरों के बीच युद्ध हुआ, तब देवताओं के राजा इंद्र की पत्नी शचि ने एक पवित्र धागा (राखी) बनाकर उन्हें बांधा और उनकी विजय के लिए प्रार्थना की। यह धागा इंद्र के लिए सुरक्षा का प्रतीक बना और वे युद्ध में विजयी हुए।

रक्षाबंधन की आधुनिक प्रासंगिकता

आज के समय में, रक्षाबंधन न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में बसे भारतीय समुदायों द्वारा भी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती हैं। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

रक्षाबंधन का सामाजिक और सांस्कृतिक पहलू

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रक्षाबंधन के त्योहार का एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहलू यह है कि यह पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाता है। यह त्योहार भाई-बहन के बीच के रिश्ते को मजबूत करने के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों के बीच भी स्नेह और एकता की भावना को बढ़ावा देता है।

इसके अलावा, रक्षाबंधन समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के महत्व को भी उजागर करता है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान कितना महत्वपूर्ण है और इसे सुनिश्चित करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है।

रक्षाबंधन की तैयारी और उत्सव

रक्षाबंधन की तैयारी कई दिनों पहले से ही शुरू हो जाती है। बाजारों में रंग-बिरंगी राखियाँ, मिठाइयाँ, और उपहारों की धूम मच जाती है। इस दिन बहनें सुबह जल्दी उठकर पूजा की थाली सजाती हैं जिसमें राखी, रोली, चावल, मिठाई, और एक दीपक होता है। पूजा के बाद, बहनें अपने भाइयों की आरती करती हैं, उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं और मिठाई खिलाती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

समकालीन संदर्भ में रक्षाबंधन

आज के युग में, जब भौगोलिक दूरियाँ बढ़ गई हैं और लोग अपने कामकाज के सिलसिले में विभिन्न शहरों और देशों में रहते हैं, तब भी रक्षाबंधन का महत्व कम नहीं हुआ है। तकनीकी प्रगति के साथ, आज लोग राखी भेजने और वर्चुअल माध्यम से त्योहार मनाने में सक्षम हैं। ऑनलाइन शॉपिंग और कुरियर सेवाओं ने इसे और भी आसान बना दिया है।

निष्कर्ष

रक्षाबंधन न केवल भाई-बहन के प्यार का त्योहार है, बल्कि यह हमारे समाज में प्रेम, सुरक्षा, और सम्मान के मूल्यों को भी प्रकट करता है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि हमें अपने प्रियजनों के साथ अपने रिश्तों को संजोना और मजबूत करना चाहिए। इसके साथ ही, रक्षाबंधन का पर्व हमें एकता, सहयोग, और समर्पण की भावना को भी बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है।

Raksha Bandhan Essay 10 lines in Hindi (रक्षाबंधन पर निबंध 10 लाइन हिंदी में)

  1. रक्षाबंधन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है।
  2. यह त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त महीने में आता है।
  3. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
  4. भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
  5. रक्षाबंधन के अवसर पर परिवार के सदस्य एकत्रित होते हैं और मिलकर त्योहार का आनंद लेते हैं।
  6. इस पर्व का ऐतिहासिक महत्व महाभारत और अन्य पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है।
  7. बाजारों में रक्षाबंधन के पहले ही रंग-बिरंगी राखियों और मिठाइयों की धूम मच जाती है।
  8. रक्षाबंधन समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के महत्व को भी दर्शाता है।
  9. यह त्योहार हमें पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाने और प्रेम, सहयोग और एकता की भावना को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है।
  10. आधुनिक युग में, लोग भले ही दूर हों, लेकिन वे ऑनलाइन राखी भेजकर और वर्चुअल माध्यम से इस पर्व को मनाते हैं।

Raksha Bandhan Shayari in Hindi (रक्षा बन्धन शायरी इन हिन्दी)

Raksha Bandhan Essay in Hindi

रक्षाबंधन के मौके पर भाई-बहन को भेजें ये शुभकामना संदेश-

इस रिश्ते की डोर सभाल के रखना,
भैया अपने बहना को भूल न जाना
तुम ही तो दुनिया हो हमारी
हमसे कभी रूठ न जाना ।

माथे पर चन्दन तिलक
कलाई पर रेशम का प्यार।
रहे सलामत मेरा भैया
ये है मेरा संसार ।

ये कच्चा धागा नहीं दिल का अहसास है
ये रिश्ता दुनिया के हर रिश्ते में ख़ास है
मुझे डरने और घबराने की जरूरत क्या
जब मेरा प्यारा राजा भैया मेरे पास है ।।

आज दिन बहुत खास आया है
बहन का प्यार भाई के पास आया है
बाँध कर राखी कलाई पर,
रिश्ते का एक अलग अहसास आया है।

जीवन के ताने-बाने में,

भाई-बहन वह धागा है

जो कपड़े में खुशी बुनता है।

मेरी खुशी के धागे को रक्षा बंधन की शुभकामनाएं।

राखी की डोर बंधे,

भाई-बहन का रिश्ता अमर,

प्रेम और प्यार से भरा,

ये त्यौहार अनमोल है असर।

मेरी दुआ है तुम जियो हजारों बरस,
आसमान की बुलंदियों में छ जाओ,
रहो दुनिया के किसी भी जगह,
राखी के दिन बहन खातिर आ जाओ ।

न धन दौलत न व्यापार चाहिए,
बस तुमसे इज्जत बेसुमार चाहिए
आश रहेगी जिन्दगी भर के लिए
बस बहन को भाई का प्यार चाहिए।

कलाई पर जो रेशम का धागा है
तेरी बहना ने प्यार से बाँधा है
ये धागा कभी ये छूटे न
तेरी बहना तुझसे रूठे न।।

मै  कबसे तेरा इतजार कर रही ,
लेकर राखी चन्दन  की थाल
बहना के इस प्यार के खातिर ,
अपने जेब से कुछ  तो निकाल।

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रक्षाबंधन पर निबंध 150 शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in 150 wards)

रक्षाबंधन भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे भाई-बहन के पवित्र प्रेम और समर्पण के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त महीने में आता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

रक्षाबंधन का पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। महाभारत में, जब भगवान कृष्ण की उंगली में चोट लगी थी, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांधा था। इस बंधन ने कृष्ण को द्रौपदी की रक्षा करने का वचन दिया।

यह त्योहार न केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के महत्व को भी दर्शाता है। रक्षाबंधन परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम, सहयोग और एकता की भावना को बढ़ावा देता है, और हमें अपने प्रियजनों के साथ अपने रिश्तों को संजोने की प्रेरणा देता है।

रक्षाबंधन पर निबंध 300 शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in 300 wards)

रक्षाबंधन भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त महीने में आता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करती हैं। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

रक्षाबंधन का पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। महाभारत में, जब भगवान कृष्ण की उंगली में चोट लगी थी, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांधा था। इस बंधन ने कृष्ण को द्रौपदी की रक्षा करने का वचन दिया। इसके अलावा, रानी कर्णावती और मुगल बादशाह हुमायूँ की कहानी भी प्रसिद्ध है, जिसमें रानी कर्णावती ने हुमायूँ को राखी भेजकर अपनी रक्षा की याचना की थी। हुमायूँ ने राखी की लाज रखते हुए उनकी रक्षा की थी।

रक्षाबंधन का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। यह त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने के साथ-साथ समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के महत्व को भी दर्शाता है। यह पर्व परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम, सहयोग और एकता की भावना को बढ़ावा देता है।

रक्षाबंधन की तैयारी कई दिनों पहले से शुरू हो जाती है। बाजारों में रंग-बिरंगी राखियाँ, मिठाइयाँ, और उपहारों की धूम मच जाती है। इस दिन बहनें सुबह जल्दी उठकर पूजा की थाली सजाती हैं, जिसमें राखी, रोली, चावल, मिठाई और एक दीपक होता है। पूजा के बाद, बहनें अपने भाइयों की आरती करती हैं, उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं और मिठाई खिलाती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

आज के समय में, भले ही भाई-बहन भौगोलिक रूप से दूर हों, लेकिन वे ऑनलाइन राखी भेजकर और वीडियो कॉल के माध्यम से इस पर्व को मनाते हैं। रक्षाबंधन का यह पर्व हमें याद दिलाता है कि हमें अपने प्रियजनों के साथ अपने रिश्तों को संजोना और मजबूत करना चाहिए। यह त्योहार हमें प्रेम, सहयोग और एकता की भावना को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है।

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